غالب محمد أبو القاسم حامضي
غالب محمد أبو القاسم حامضي
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ग़ालिब हाम्दी 19वीं सदी के प्रसिद्ध उर्दू और फ़ारसी कवि थे। उनकी शायरी में गहरी भावनाएं और दार्शनिकता का मेल होता है। ग़ज़ल और नज़्म के क्षेत्र में उनकी रचनाएँ बेमिसाल मानी जाती हैं। प्रेम, पीड़ा और जीवन के विविध पहलुओं का उनकी कविताओं में सुंदर चित्रण होता है। ग़ालिब की शैली ने अनेक साहित्यकारों को प्रेरित किया। अपने पत्रों में उन्होंने सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन के अनुभव साझा किए, जो आज भी अद्वितीय साहित्यिक धरोहर के रूप में माने जाते हैं।
ग़ालिब हाम्दी 19वीं सदी के प्रसिद्ध उर्दू और फ़ारसी कवि थे। उनकी शायरी में गहरी भावनाएं और दार्शनिकता का मेल होता है। ग़ज़ल और नज़्म के क्षेत्र में उनकी रचनाएँ बेमिसाल मानी जाती हैं। प्रेम, पीड़ा और ज...