काल्कमा फहल

علقمة بن عبدة بن ناشرة بن قيس، من بني تميم

जीवित:  

1 पाठ

उर्फ  

अल्क़मा फहल, बनी तमीम कबीले के एक प्रतिष्ठित सदस्य थे। उन्होंने अरबी साहित्य में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया, विशेषकर प्रेम कविताओं और शौर्य गाथाओं में। उनकी कविताएँ आज भी अरबी भाषा और संस्कृति के अध्ययन...