जिबाल
جبال
468 पाठों
•शामिल
जिबाल, जिसे अरबी में جبال कहा जाता है, मध्यकालीन इस्लामी इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र था जो अब मध्य ईरान में स्थित है। यह क्षेत्र अपनी पहाड़ी भूगोल के कारण इस नाम से जाना जाता है। जिबाल ऐतिहासिक रूप से शिया इस्लाम के विकास, विद्वानों की गतिविधि और कई इस्लामी साम्राज्यों के राजनीतिक केंद्र के रूप में जाना जाता है। इस क्षेत्र का इतिहास और सांस्कृतिक परंपरा ने इसे इस्लामिक विद्यामंडलों में उच्च स्थान प्रदान किया है।
जिबाल, जिसे अरबी में جبال कहा जाता है, मध्यकालीन इस्लामी इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र था जो अब मध्य ईरान में स्थित है। यह क्षेत्र अपनी पहाड़ी भूगोल के कारण इस नाम से जाना जाता है। जिबाल ऐतिहासिक र...
वर्ष
लेखक
शैलियों
तफ़्सीर
تفسير القرآن العظيم المنسوب للإمام الطبراني
•तबरानी (d. 360)
•الطبراني (d. 360)
360 अ.ह.
अख़बार हसन
أخبار الحسن بن علي(ع)
•तबरानी (d. 360)
•الطبراني (d. 360)
360 अ.ह.
मुंतखब
منتخب الطبراني لابنه
•तबरानी (d. 360)
•الطبراني (d. 360)
360 अ.ह.
दुर्रा फखीरा
हमज़ा इस्फ़हानी (d. 360)
•حمزة الأصفهاني (d. 360)
360 अ.ह.
तफ़सीर सफ़ी
التفسير الصافي
•मुहम्मद मुहसिन फैयज़ काशानी (d. 1091)
•محمد بن المرتضى [ الفيض الكاشاني ] (d. 1091)
1091 अ.ह.
मूल आधार
الأصول الأصيلة
•मुहम्मद मुहसिन फैयज़ काशानी (d. 1091)
•محمد بن المرتضى [ الفيض الكاشاني ] (d. 1091)
1091 अ.ह.
हक्क मुबीन
الحق المبين
•मुहम्मद मुहसिन फैयज़ काशानी (d. 1091)
•محمد بن المرتضى [ الفيض الكاشاني ] (d. 1091)
1091 अ.ह.
तफ़सीर अस्फा
التفسير الأصفى
•मुहम्मद मुहसिन फैयज़ काशानी (d. 1091)
•محمد بن المرتضى [ الفيض الكاشاني ] (d. 1091)
1091 अ.ह.