नूर दीन बित्रुजी
नूर दीन अल-बेतरूजी एक अरब खगोलशास्त्री थे, जिन्होंने प्टोलेमी के ब्रह्मांड सिद्धांत की आलोचना की और इसे बदलने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने 'किताब अल-हयआ' नामक ग्रंथ लिखा, जिसमें एक नए खगोलीय मॉडल का वर्णन है जो ब्रह्मांड को भौतिकवादी और गतिशील रूप में प्रस्तुत करता है। उनका यह काम बाद में यूरोप में भी खगोल विज्ञान के विचारों पर प्रभाव डाला। उनके द्वारा प्रस्तावित मॉडल ने पश्चिमी विद्वानों को भी प्रेरित किया और खगोलशास्त्र की दिशा में नई सोच प्रदान की।
नूर दीन अल-बेतरूजी एक अरब खगोलशास्त्री थे, जिन्होंने प्टोलेमी के ब्रह्मांड सिद्धांत की आलोचना की और इसे बदलने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने 'किताब अल-हयआ' नामक ग्रंथ लिखा, जिसमें एक नए खगोलीय मॉडल का वर्...