जरीर

جرير

जीवित:  

1 पाठ

उर्फ  

जरीर, एक अरबी कवि थे, जिन्होंने उमय्यद काल में कविता की। उनकी कविताएं मुख्यतः हास्य, व्यंग्य और ताना मारने वाली थीं। जरीर की कविताओं में उनकी भाषायी चतुराई और समाज के विभिन्न पहलुओं पर उनकी तीक्ष्ण नज...