شرحا أبي العلاء والخطيب التبريزي على ديوان أبي تمام دراسة نحوية صرفية
الناشر
رسالة ماجستير-كلية دار العلوم
مكان النشر
جامعة القاهرة
تصانيف
[٣] «قلما يقولون ..» (١).
[٤] «قلما يستعمل ...» (٢).
[٥] «غير مستعمل ...» (٣).
[٦] «لا يكادون يقولون ...» (٤).
[٧] «لا يكاد يستعمل ...» (٥).
[٨] «مفقود في أكثر كلامهم ...» (٦).
[٩] «قلما يصرفون ...» (٧).
[١٠] «لا يُعْرَف ...» (٨).
[١١] «لم يقولوا ...» (٩).
ويظهر هذا أيضا في تحديده لنوع الكلمة تذكيرا وتأنيثا، ولأي طرف يميل نوع الكلمة (١٠).
وإذا تتبعنا خصائص هذا المسموع عند أبي العلاء، نجد أن:
_________
(١) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [٢/ ٣٨٣ب٢٦]، [١/ ٣٢٩ب١]، [١/ ٣٢٥ب١٢].
(٢) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ٢٤٧ب٢٧]، [٣/ ١٧٧ب٣]، [٢/ ٢٥٤ب٣].
(٣) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [٣/ ١٣٨ب٣٧]، [١/ ١٥١]، [١/ ٤٠٩،٤١٠ ب١٠]
(٤) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ٢٤٧ب٢٧].
(٥) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ٢٤٧ب٢٧]، [٢/ ٤٤٧ب٢].
(٦) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ٢٥٩].
(٧) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ١٥ب١٢].
(٨) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ٦٣]، [١/ ٤٢]، [١/ ١٤٩]، [١/ ٢٩٢ - ٢٩٣ب٧]
(٩) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ٣٣].
(١٠) يُنْظَرُ ديوان أبي تمام بشرح التبريزي: [١/ ٨٥]، [١/ ٥٤]، [١/ ٣٢٤ب٦].
1 / 87