аль-Умда фи И'раб аль-Бурда
العمدة في إعراب البردة قصيدة البوصيري
Исследователь
عبد الله أحمد جاجة
Издатель
دار اليمامة للطباعة والنشر
Номер издания
الأولى
Год публикации
١٤٢٣ هـ
Место издания
دمشق
Жанры
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аль-Умда фи И'раб аль-Бурда
автор Аль-Умда фи И'раб аль-Бурда d. Unknownالعمدة في إعراب البردة قصيدة البوصيري
Исследователь
عبد الله أحمد جاجة
Издатель
دار اليمامة للطباعة والنشر
Номер издания
الأولى
Год публикации
١٤٢٣ هـ
Место издания
دمشق
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(١) ذهب الكوفيون إلى أن الفعل الماضي يجوز أن يقع حالا، وإليه ذهب أبو الحسن الأخفش من البصريين، وذهب البصريون إلى أنه لا يجوز أن يقع حالا، وأجمعوا على أنه يجوز إن كانت معه «قد» أو كان وصفا لمحذوف فإنه يجوز أن يقع حالا. انظر الإنصاف لابن الأنباري ١/ ٢٥٢ المسألة ٣٢. ابن يعيش ٢/ ٦٦- ٦٧. (٢) والكسر أفصح.
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