Рассыпанные вопросы
فتاوى الإمام النووي المسماة: "بالمسائل المنثورة"
Издатель
دَارُ البشائرِ الإسلاميَّة للطبَاعَة وَالنشرَ والتوزيع
Номер издания
السَادسَة
Год публикации
١٤١٧ هـ - ١٩٩٦ م
Место издания
بَيروت - لبنان
Жанры
Фетвы
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Рассыпанные вопросы
Ан-Навави d. 676 AHفتاوى الإمام النووي المسماة: "بالمسائل المنثورة"
Издатель
دَارُ البشائرِ الإسلاميَّة للطبَاعَة وَالنشرَ والتوزيع
Номер издания
السَادسَة
Год публикации
١٤١٧ هـ - ١٩٩٦ م
Место издания
بَيروت - لبنان
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(١) نسخة "أ": لم يصل. (٢) ولا يصح دفع الزكاة لمن بلغ تاركًا للصلاة، أو مبذرًا لماله، بل يقبضها له وليه: كالصبي والمجنون، بخلاف ما لو طرأ تركه لها، أو تبذيره ولم يُحجر عليه، فإنه يقبضها بنفسه. انظر فتح العلام ٣/ ٤٩٢. كتبه محمد.
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