Различие между Дад и За в Книге Аллаха и в общеизвестной речи

Абу Амр Дани d. 444 AH
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Различие между Дад и За в Книге Аллаха и в общеизвестной речи

الفرق بين الضاد والظاء فى كتاب الله عز وجل وفى المشهور من الكلام

Исследователь

حاتم صالح الضّامن

Издатель

دار البشائر

Номер издания

الأولى

Год публикации

١٤٢٨ هـ - ٢٠٠٧ م

Место издания

دمشق

٦٢/ ٤: من أعلوطته. (وشرح الأغلوطة في الحاشية). والصّواب: من أغلوطته. ٦٣/ ٢: لم يتكلمها غيرهم. والصّواب: لم يتكلم بها غيرهم. ٦٣/ ٣: وتصرفا في اللغة. والصّواب: وتصرفا في اللفظ. ٦٣/ ٣: في ضروب النطق. وفي أصله: في ضروب المنطق. ٦٣/ ٤: نحو مائة من جملة. والصّواب: نحو مائة كلمة من جملة. ٦٣/ ٥: وقد تأملت ورودها. والصّواب: ... جميع ورودها. ٦٣/ ٦: وحضرته. والصّواب: وحصرته. ٦٣/ ٧: ما تيسر. وفي أصله: ما يتيسر. وكذا في نسخة (ز). ٦٣/ ٨: ما ورد من ظاء فيما أذكره. والصّواب، كما في أصله: ما ورد منه لما فيما أذكره. (والنصّ كذلك في نسخة ز). ٦٣/ ٨: وإني أسأل. وفي أصله: وأنا أسأل. ٦٤/ ٦: «إن نظنّ». والصّواب: إن نظنّ. ٦٤/ ٦ أيضا: «إلّا اتباع الظّنّ». والصّواب: الظّنّ. ٦٤/ ٦: سقطت الآية ١١٦ من سورة الأنعام، وهي: إِنْ يَتَّبِعُونَ إِلَّا الظَّنَّ. ٦٥/ ٢: «ناج منهما». والصّواب: منهما. ٦٥/ ٨: يأتيهم. والصّواب: يأتيهم. وهو خطأ طباعي. ٦٥/ حاشية (٢٠): قال في ترجمة مجاهد: (هو من رجال أبي عمرو من أهل مكة الحجاز)!!. ٦٦/ ٤ - ٥: وأمّا قوله، ﷿، في كوّرت: وَما هُوَ عَلَى الْغَيْبِ

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