140कवियों के श्रेष्ठ वर्ग की परतेंطبقات فحول الشعراءइब्न सलाम अल-गुमही - 231 अ.ह.ابن سلام الجمحي - 231 अ.ह.संपादकمحمود محمد شاكرप्रकाशकدار المدنيप्रकाशक स्थानجدةशैलियोंसाहित्यजीवनी और वर्गीकरणइतिहासوَقَوله(لم أر مثل الفتيان فى غبر الْأَيَّام ... ينسون مَا عواقبها)1 / 142प्रतिलिपिसाझा करेंAI से पूछें