इस्माइल सबरी के बारे में व्याख्यान
محاضرات عن إسماعيل صبري
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इस्माइल सबरी के बारे में व्याख्यान
मुहम्मद मंदूर d. 1384 AHمحاضرات عن إسماعيل صبري
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دون بعض واعدلي بين الظماء
أنت يم الحسن فيه ازدحمت
سفن الآمال يزجيها الرجاء
يقذف الشوق بها في مائج
بين لجين عناء وشقاء
شدة تمضي وتأتي شدة
تقتفيها شدة؛ هل من رجاء؟
ساعفي آمال أنضاء الهوى
بقبول من سجاياك رخاء
وتجلي واجعلي قوم الهوى
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