अरब में प्रेम और सौंदर्य
الحب والجمال عند العرب
शैलियों
आपकी हाल की खोजें यहाँ दिखाई देंगी
अरब में प्रेम और सौंदर्य
अहमद तैमूर बाशा d. 1348 AHالحب والجمال عند العرب
शैलियों
إلا وجدت به فوق الذي وجدوا
حسبي رضاه، وأني في محبته
ووده آخر الأيام أجتهد
وأنشد سليمان بن عبد الله بن طاهر لأبيه:
ألا إنما الإنسان غمد لقلبه
ولا خير في غمد إذا لم يكن نصل
فإن كان للإنسان قلب فقلبه
هو النصل، والإنسان من بعده فضل
अज्ञात पृष्ठ
1 - 359 के बीच एक पृष्ठ संख्या दर्ज करें