दलील तालिब ली नैल मतालिब
دليل الطالب لنيل المطالب
अन्वेषक
أبو قتيبة نظر محمد الفاريابي
प्रकाशक
دار طيبة
संस्करण संख्या
الأولى
प्रकाशन वर्ष
1425 अ.ह.
प्रकाशक स्थान
الرياض
शैलियों
हनबली न्यायशास्त्र
आपकी हाल की खोजें यहाँ दिखाई देंगी
दलील तालिब ली नैल मतालिब
Mar'i al-Kurami d. 1033 AHدليل الطالب لنيل المطالب
अन्वेषक
أبو قتيبة نظر محمد الفاريابي
प्रकाशक
دار طيبة
संस्करण संख्या
الأولى
प्रकाशन वर्ष
1425 अ.ह.
प्रकाशक स्थान
الرياض
शैलियों
١ في "م"، "ن"، "ج" "الأعمى، والأصم"، والمثبت لفظ المنتهى"١/١١٢"، والغاية "١/١٩٨". ٢ قال اللبدي في حاشية "ص: ٨٣": أي ما لم يكن تاركا للاختتان بلا عذر، وإلا فيكون فاسقا، فلا تصح إمامته، هذا ما ظهر لي والله أعلم. ثم رأيت في الغاية ما نصه: وتكره إمامته الأقلف، ويتجه: لا إن ترك الختان بالغا مصرا بلا عذر، لفسقه، وقال شيخ مشايخنا؛ وهو مصرح به في الإنصاف. ٣ كجرد دال "الحمد" ونصب هاء "لله" ونصب باء "رب" ونحو ذلك، سوء كان المؤتم مثله أو كان لا يلحن، لأن مدلول اللفظ باق، وهو مفهوم كلام الرب ﷾، لكن مع الكراهة. نيل المآرب "١/١٧٧". ٤ في "م" زيادة: "في الكل، للخلاف في صحة إمامتهم".
1 / 48