शिहाब दिन बुसीरी
أبو العباس شهاب الدين أحمد بن أبي بكر بن إسماعيل بن سليم بن قايماز بن عثمان البوصيري الكناني الشافعي
शिहाब दीन बुसीरी ने अरबी साहित्य में अपने कामों के माध्यम से दीर्घकालिक योगदान दिया। उन्होंने कई गज़लें और कविताएँ लिखीं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध 'अल-बुर्दा' है, जो मुहम्मद की प्रशंसा में लिखी गई थी। यह कविता मुस्लिम समुदाय में व्यापक रूप से सराही गई और कई तरह के संगीत और प्रार्थनाओं में शामिल की गई। बुसीरी का काव्य संहिता उनकी गहरी धार्मिक भावना और लेखनी की उत्कृष्टता को प्रदर्शित करता है।
शिहाब दीन बुसीरी ने अरबी साहित्य में अपने कामों के माध्यम से दीर्घकालिक योगदान दिया। उन्होंने कई गज़लें और कविताएँ लिखीं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध 'अल-बुर्दा' है, जो मुहम्मद की प्रशंसा में लिखी गई थी। ...
शैलियों
इथाफ़ खैरा
إتحاف الخيرة المهرة بزوائد المسانيد العشرة
•शिहाब दिन बुसीरी (d. 840)
•أبو العباس شهاب الدين أحمد بن أبي بكر بن إسماعيل بن سليم بن قايماز بن عثمان البوصيري الكناني الشافعي (d. 840)
840 अ.ह.
मिस्बाह ज़ुजाजा
مصباح الزجاجة
•शिहाब दिन बुसीरी (d. 840)
•أبو العباس شهاب الدين أحمد بن أبي بكر بن إسماعيل بن سليم بن قايماز بن عثمان البوصيري الكناني الشافعي (d. 840)
840 अ.ह.
हिजामा
فيما ورد عن شفيع الخلق يوم القيامة أنه احتجم وأمر بالحجامة
•शिहाब दिन बुसीरी (d. 840)
•أبو العباس شهاب الدين أحمد بن أبي بكر بن إسماعيل بن سليم بن قايماز بن عثمان البوصيري الكناني الشافعي (d. 840)
840 अ.ह.