फ़रज़्दक़
همام بن غالب بن صعصعة التميمي الدارمي وكنيته أبو فراس ( 38ه/658م - 110ه/728م).
फरज़दाक, जिनका असली नाम हमाम बिन ग़ालिब बिन सआसआ अल-तमीमी अल-दारमी था, एक प्रसिद्ध अरबी कवि थे। उन्होंने उमय्यद काल में कविता की, जो उनके राजनीतिक और सामाजिक विषयों पर आधारित होती थी। उनका काम उस समय के सामाजिक और राजनीतिक घटनाओं का गहरा चित्रण प्रस्तुत करता है। फरज़दाक की कविताओं में उनकी दृढ़ता और विशेष रूप से भाषाई शैली की पहचान की जा सकती है।
फरज़दाक, जिनका असली नाम हमाम बिन ग़ालिब बिन सआसआ अल-तमीमी अल-दारमी था, एक प्रसिद्ध अरबी कवि थे। उन्होंने उमय्यद काल में कविता की, जो उनके राजनीतिक और सामाजिक विषयों पर आधारित होती थी। उनका काम उस समय ...