अल-रुम्मानी
الرماني
अल-रुम्मानी, जो एक प्रमुख अरबी भाषाविद् और साहित्यिक आलोचक थे, ने अरबी भाषा और साहित्य के कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहन कार्य किया। उन्होंने विशेष रूप से बलागात (वाक्य-कला) और अरूज (छन्दशास्त्र) में योगदान दिया। उनके ग्रंथों में 'अल-नुकात फ़ी इजाज़ अल-कुरान' और 'अल-नुकात फ़ी नज़म अल-कुरान' शामिल हैं, जो इस्लामिक विद्वानों के बीच उच्च मान्यता प्राप्त हैं। उनका कार्य अरबी व्याकरण और साहित्यिक अध्ययन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण संदर्भ बिंदु बनाता है।
अल-रुम्मानी, जो एक प्रमुख अरबी भाषाविद् और साहित्यिक आलोचक थे, ने अरबी भाषा और साहित्य के कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहन कार्य किया। उन्होंने विशेष रूप से बलागात (वाक्य-कला) और अरूज (छन्दशास्त्र) में योग...
शैलियों
रिसालत मनाज़िल अल-हुरूफ
رسالة منازل الحروف
•अल-रुम्मानी (d. 384)
•الرماني (d. 384)
384 अ.ह.
शर्ह किताब सिबवेही
شرح كتاب سيبويه [جزء من الكتاب (من باب الندبة إلى نهاية باب الأفعال) حقق كرسالة دكتوراه]
•अल-रुम्मानी (d. 384)
•الرماني (d. 384)
384 अ.ह.
रिसालत अल-हुदूद
رسالة الحدود
•अल-रुम्मानी (d. 384)
•الرماني (d. 384)
384 अ.ह.
नुकत फि इज्जाज़ क़ुरान
النكت في إعجاز القرآن
•अल-रुम्मानी (d. 384)
•الرماني (d. 384)
384 अ.ह.
मनाज़िल हुरूफ
منازل الحروف
•अल-रुम्मानी (d. 384)
•الرماني (d. 384)
384 अ.ह.
जामिक
अल-रुम्मानी (d. 384)
•الرماني (d. 384)
384 अ.ह.