The Core in Parsing Al-Busiri's Poem
العمدة في إعراب البردة قصيدة البوصيري
তদারক
عبد الله أحمد جاجة
প্রকাশক
دار اليمامة للطباعة والنشر
সংস্করণের সংখ্যা
الأولى
প্রকাশনার বছর
١٤٢٣ هـ
প্রকাশনার স্থান
دمشق
জনগুলি
আপনার সাম্প্রতিক অনুসন্ধান এখানে প্রদর্শিত হবে
The Core in Parsing Al-Busiri's Poem
মুঅল্লিফ আল-উমদা ফি ই'আরাব আল-বুরদা d. Unknownالعمدة في إعراب البردة قصيدة البوصيري
তদারক
عبد الله أحمد جاجة
প্রকাশক
دار اليمامة للطباعة والنشر
সংস্করণের সংখ্যা
الأولى
প্রকাশনার বছর
١٤٢٣ هـ
প্রকাশনার স্থান
دمشق
জনগুলি
(١) في الأصل: لا تمييز. (٢) اسم شرط جازم يجزم فعلين. (٣) إن الجملة الكبرى المؤلفة من فعل الشرط (تكن) وجوابه (إن تلقه الأسد.. تجم) في محل رفع خبر (من) . أما جملة الشرط (تكن) مع اسمه وخبره فلا محل لها من الإعراب لأنها جملة الشرط غير الظرفي. توضيح ذلك في مثل قولنا (من يعمل يربح) فجملة (يعمل) وحدها لا يصح أن تكون خبرا (لمن) إذا لا ينتهي عندها المعنى ولا يتم بها، بل الجملة الشرطية بتمامها (يعمل يربح) في محل رفع خبر لمن. وجملة (يعمل) وحدها ليس لها محل من الإعراب، كما أن جملة (يربح) وحدها ليس لها محل من الإعراب لخلوها من الرابط. (٤) في الأصل: قرا.
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