أحكام سجود السهو
أحكام سجود السهو
সম্পাদক
أبو عبد الرحمن فواز أحمد زمرلي
প্রকাশক
دار ابن حزم
সংস্করণের সংখ্যা
الأولى
প্রকাশনার বছর
১৪১৬ AH
প্রকাশনার স্থান
بيروت
জনগুলি
হানাফি ফিকহ
আপনার সাম্প্রতিক অনুসন্ধান এখানে প্রদর্শিত হবে
أحكام سجود السهو
ইবনে তাইমিয়া (d. 728 / 1327)أحكام سجود السهو
সম্পাদক
أبو عبد الرحمن فواز أحمد زمرلي
প্রকাশক
دار ابن حزم
সংস্করণের সংখ্যা
الأولى
প্রকাশনার বছর
১৪১৬ AH
প্রকাশনার স্থান
بيروت
জনগুলি
سلم قيل له: يا رسول الله! أحدث في الصلاة شيء؟
قال: وما ذاك؟
قالوا: صليت كذا وكذا.
قال: فثنى رجليه، واستقبل القبلة، فسجد سجدتين، ثم سلم، ثم أقبل علينا بوجهه فقال: إنه لو حدث في الصلاة شيء أنبأتكم به، ولكن إنما أنا بشر أنسى كما تنسون، فإذا نسيت فذكّروني، وإذا شك أحدكم في صلاته فليتحر الصواب، فليتم عليه، ثم ليسجد سجدتين(١).
(١) رواه البخاري (٤٠١ - ٤٠٤ - ٦٦٧ - ١٢٢٦ - ٧٢٤٩)، ومسلم (٥٧٢)، وأبو داود (١٠١٩ - ١٠٢٠ - ١٠٢١ - ١٠٢٢)، والترمذي (٣٩٢ - ٣٩٣)، والنسائي ٢٨/٣ - ٢٩ - ٣٠ - ٣١ - ٣٢ - ٣٣.
وفي الكبرى (٥٧٧ - ٥٨٢)، وابن ماجه (١٢٠٣ - ١٢٠٥ - ١٢١١ - ١٢١٢)، وأحمد في المسند ٣٧٩/١ - ٤١٩ - ٤٣٨، والطيالسي (٢٧٧)، والحميدي (٩٦)، وأبو عوانة ٢/ ٢٠٠ - ٢٠٦، وابن خزيمة (١٠٢٨)، وأبو يعلى (٥٠٠٢ - ٥١٤٢ - ٥٢٢٥ - ٥٢٧٩)، وعبد الرزاق (٣٤٦٨)، وابن أبي شيبة (٤٤٠٢ - ٤٤٤١)، وابن حبان (٢٦٥٦ - إلى - ٢٦٦١)، و(٢٦٨١ - ٢٦٨٢)، والدارقطني في سننه ٣٧٥/١ - ٣٧٧، وفي العلل ١٠٨/٥ - ١٠٩ - ١١٨ - ١٢٤.
وأبو نعيم في الحلية ٢٣٣/٤ و٢٣٦/٧، والخطيب في =
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